जगदलपुर, 8 अक्टूबर। 05 अक्टुबर को लामनी एवं सरगीपाल के मध्य पुलिया नीचे संदिग्ध अवस्था में मिले शव एवं घटित वारदात की गुत्थी को सुलझाने में बस्तर पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने दो आरोपी एवं 01 किशोर बालक को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 05 अक्टूबर के सुबह लामनी एवं सरगीपाल के मध्य पुलिया के नीचे एक शव मिला था। मामले में थाना परपा अंतर्गत जाॅच दौरान उक्त शव सतवंत सिंह उर्फ मोनु बरार के रूप में पहचान हुई। मामले में जाॅच जिसमें घटनास्थल निरीक्षण, शव पंचायतनामा एवं शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट एवं परिस्थतिजन्य साक्ष्यों के आधार पर उक्त पुरूष की हत्या होना पाये जाने से मामले में थाना परपा में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध हत्या (धारा 302 , 201भादवि0) का अपराध दर्ज कर अनुसंधान में लिया गया था। प्रकरण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा नेतृत्व में पुलिस की एक टीम त्यार कर, मामले में अनुसंधान किया जा रहा था। दौरान विवेचना के घटनास्थल पर मिले साक्ष्य, तकनीकी साक्ष्य एवं परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के अनुरूप आरोपी की पतासाजी की जा रही थी। दौरान अनुसंधान के परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर मृतक सतवंत उर्फ मोनु के दोस्त नरविंदर सिह बाजवा, शेरसिंह सुमेर एवं 01 किशोर बालक द्वारा अपराध में संलिप्त होना पाए जाने पर निरीक्षक धनंजय सिन्हा और लालजी सिन्हा के नेतृत्व में टीम गठित कर संदेही नरविंदर सिह बाजवा, शेरसिंह सुमेर एवं 01 किशोर बालक पकड़ा गया है जिनसे पूछताछ पर उनके द्वारा 04 अक्टूबर को मृतक सतवंत सिंह उर्फ मोनु बरार का हत्या करना स्वीकार किया है। मामले में आरोपी नरविंदर सिंह बाजवा , शेरसिंह सुमेर एवं किशोर बालक के स्वीकारोक्ति पश्चात्, मामले में आरोपी दोनो आरोपी को थाना परपा के द्वारा सतवंत सिंह उर्फ मोनु बरार की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर, न्यायिक रिमांड पर न्यायालय भेजा गया है। एवं 01 अन्य किशोर बालक के विरूद्ध विधिवत् कार्यवाही कर किशोर न्याय बोर्ड भेजा गया है।
वारदातः- आरोपी नरविंदर बाजवा, शेरसिंह सुमेर एवं 01 किशोर बालक एवं मृतक सतवंत सिंह काफी समय से एक दुसरे को जानते पहचानते थे पूर्व में नरविंदर बाजवा के द्वारा 5000 रूपये सतवंत बरार को दिया था जिसके द्वारा उधारी की राशि वापस नही किया गया था। कि दिनांक 04 अक्टुबर को नरविंदर बाजवा , शेरसिह सुमेर एवं किशोर बालक के द्वारा मृतक सतवंत सिंह को सरगीपाल की ओर शराब पीने के नाम पर ले गये जहा सरगीपाल में उधारी पैसे लेनदेन की बात को लेकर आपस में विवाद हुआ और आरोपी नरविंदर बाजवा, शेरसिह सुमेर एवं किशोर बालक के द्वारा कैची, मोटर सायकल की चाबी से सतवंत के सिर पर हमला किया गया एवं गला दबाकर हत्या कर दिया गया। हत्या पश्चात शव को छिपाने के उद्देश्य से सरगीपाल और लामनी के मध्य पुलिया के निचे फेक दिया गया।