चक्का जाम करने वालो पर क्या पुलिस प्रशासन करेगा FIR ?
जगदलपुर,20 नवंबर। भारतीय जनता पार्टी ने आज महंगाई के विरोध में नेशनल हाईवे को जाम कर प्रदेश सरकार को जमकर घेरने का काम किया जो लोकतांत्रिक अधिकार भी है लेकीन क्या आम जनमानस को परेशानी में डाल कर अपनी मांगों को मंगवाने एन.एच. को बाधित करना कहा तक सही है? यह जनता को तय करना चाहिए.
बहरहाल वही इस पूरे मामले को संज्ञान में लेकर बस्तर के वरिष्ठ वक़ील सोशल व लीगल एक्टिविस्ट संकल्प दुबे ने आज भाजपा द्वारा नेशन हाइवे के चक्का जाम को लेकर पुलिस प्रशासन से तीखे सवाल पूछे है।
श्री दुबे में कहा है कि क्या नेशनल हाईवे जाम करने वाले लोगो पर पुलिस कानूनी कार्यवाही करते हुए FIR दर्ज करेगी?
उन्होंने आगे कहा कि यदि यह गुस्ताख़ी कोई आम आदमी करता तो वो अब तक जेल में होता। कानून सब के लिए बराबर है। 2013 के एक मामले को याद करते हुए उन्होंने बताया कि जब ईसाई समाज के लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे थे और उस वक्त उन्होंने अपनी मांग को लेकर नेशन हाईवे का चक्का जाम किया था तब पुलिस और प्रशासन द्वारा उन पर गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा बनाया गया था। शायद कई बार जनता पर अपने अधिकरो की लड़ाई के चलते मामले बने है!
क्या इसी तरह आज के चक्का जाम के मामले में भी पुलिस भाजपा नेताओं पर FIR दर्ज करेग? साथ ही उन्होने यह भी कहा कि सूचना के अधिकार के तहत पिछले दस सालों में कितने और किस-किस के खिलाफ़ चक्का जाम से संबंधित मामले बस्तर पुलिस के द्वारा बनाये गए है उसकी जानकारी जल्दी ही बस्तर पुलिस से ली जाएंगी।
गौरतलब है कि सीनियर एडवोकेट संकल्प दुबे हमेशा सामाजिक और कानूनी मुद्दों को समाज और प्रशासन के सामने उठाने के लिए जाने जाते है।