मामला पीडिएस चावल के कालाबाजारी का…सर्व आदिवासी समाज ने की कार्यवाही की माँग.
दोरनापाल,2 अक्टूबर। जरा ध्यान से मारक मजा आयेगा.क्योंकि कही ये भी ना छूट जाएं…चलिए अब शुरुआत करते है “मैं चाहे ए करू मैं चाहे ओ करू मेरी मर्जी” यह गाना गोविंदा की चर्चित फिल्म गैंबलर का है। इस गाने के बोल आज दोरनापाल में पकड़े गए पिकअप से भरे चावल की कालाबाजारी करने वालो पर बिल्कुल सटीक बैठती है। हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्यों की गाड़ी तो पकड़ी जाती है…लेकिन उसके बाद क्या होता है, यह किसी से छुपा नहीं है। दरअसल मामला सुकमा जिले के दोरनापाल में आज तड़के सुबह लगभग 5 बजे का है जब एक पिकअप महुए की बोरी के बीच में चावल भर परिवहन कर रहा था। इस दौरान मौके पर सर्व आदीवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष गणेश माड़वी पहुंचे तब उसने परिवहन करते वाहन के चालक से पूछताछ शुरू की संदेह होने की स्थिति में ब्लॉक अध्यक्ष ने तत्काल पुलिस को फोन कर मामले की जानकारी दी।
जब इस मामले में हमने सर्व आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि सन्देह के आधार पर मैने गाड़ी रोककर उसकी जांच की तो पाया कि महूए के बोर के नीचे छत्तीस बोरे चावल के बोरे छुपाकर परिवहन किया जा रहा है जिसकी सूचना मैने संबंधित विभाग के अधिकार व थाना प्रभारी को दी। जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जा रही है। हमारी जानकारी में यह बात भी आई है की कोंटा और जगरगुंडा की और से कई गाड़ियां भर-भर कर इसी रास्ते पीडीएस के चावल की काली बाजारी करने की जानकारी मिली है। जिसे भी रंगे हाथो पकड़कर उचित कार्यवाही करवाई जायेगी। क्यों की यह चावल हमारे आदिवासी भाईयो के हक का है हम इसका दुरुपयोग नहीं होने देंगे। हमारी शासन-प्रशासन से यही मांग है कि ऐसे लोगो पर उचित कार्यवाही की जाएं। नहीं तो हम उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
खाद्य निरीक्षक का क्या कहना है – मुझे आज सुबह ही इसकी जानकारी मिली थी। प्रथम दृष्टया यह चावल पीडीएस का ही लग रहा है। लेकिन कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. गाड़ी में सोलह क्विंटल से ज्यादा चावल पाया गया है। चावल के सैंपल ले लिए गए है, और गुणवत्ता परखने लैब भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
दोरनापाल एसडीओपी से जब इस मामले में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि सर्व आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष गणेश माड़वी से हमे सूचना मिली थी की एक पिकअप में 36 बोरे भरकर पीडीएस के चावल का परिवहन किया जा रहा है, जिसकी सूचना पर हम तुरंत मौके पर पहुंचे और मौके से हमने तत्काल फूड इंस्पेक्टर को इसकी सूचना दी। जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे और सैंपल लिया। पकड़ी गई गाड़ी सुरक्षा के मद्देनजर थाने में है। जॉच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
गौरतलब है कि आदिवासी समाज के ब्लॉक अध्यक्ष गणेश माड़वी ने पुलिस की भूमिका पर संदेह होना बताया इस पर दोरनापाल एसडीओपी श्री पाठक ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर पुलिस की भूमिका संदिग्ध है तो मीडिया की भूमिका भी संदिग्ध है.लेकिन श्री पाठक का मीडिया को टारगेट करना समझ नही आया।