जगदलपुर,3 जनवरी। प्रकृति के संरक्षण, संवर्धन हेतु बस्तर की सबसे पुरानी संस्था बस्तर प्रकृति बचाओ समिति की स्थापना दिवस के अवसर पर तितिरगांव ।धरमपुरा ।में कायॅक्रम का आयोजन किया गया ।लगभग चालीस वर्षो से सक्रिय इस संस्था की स्थापना पयाॅवरणविद स्व,शरद् चन्द्र वमाॅ जी, स्व,बसंत अवस्थी, रविशंकर बाजपेयी, किरीट दोशी आदि के द्वारा की गई थी ।
स्थापना दिवस कार्यक्रम में विगत वर्ष के कार्यो, तथा गतिविधियों की समीक्षा की गई.सदस्यों द्वारा पौधा रोपण, वनों को बचाने ,जल संकट के प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया गया ।साथ ही संस्था के नये सदस्यों द्वारा पर्यावरण जागरूकता, स्कूलों में और ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ाने का संकल्प भी लिया गया ।
वर्ष 2023 हेतु सवॅसम्मति से नयी कार्यकारिणी का गठन किया गया । संरक्षक-श्रीमती विमला वमाॅ, श्री बी,एन आर नायडू, अध्यक्ष-दशरथ कश्यप, उपाध्यक्ष बुल बुल विश्वास, डाक्टर हितेन्द्र सिंह सचिव-मदनआचायॅ, सह सचिव विवेक श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष-मुकेश सोनी, कायॅकारिणी सदस्य-उमेश चन्द्र आचार्य, देवव्रत बराल, बी,सी नागे,मोती राम सेठिया, उमेश पानीग्राही, जगदीश चन्द्र दास, उमिॅला आचार्य ।
स्थापना दिवस के इस कार्यक्रम में प्रतीकात्मक रूप से चंदन और आम के पौधों का रोपण किया गया । साथ ही समूह के डॉक्टर हितेंद्र सिंह द्वारा स्थापना दिवस पर पर्यावरण प्रेमी वरिष्ठ जनों को शॉल और श्रीफल से सम्मानित भी किया गया इस कायॅक्रम में आर,ए,सिंह, श्रीमती सुषमा कश्यप, प्रकाश चन्द्र जोशी, श्रीमती विदयोतमा आचार्य, जोगेश्वरी आचार्य,पूनम पानीग्राही ,नम्रता श्रीवास्तव, वंशिका श्रीवास्तव, मोहित आचार्य, अपिॅत सिंह, श्रीमती नागे, पुष्पा सिंह और कौशिक शुक्ला आदि उपस्थित हुए ।