काले कानून की वापसी जनता की जीत-काँग्रेस
जगदलपुर,20 नवंबर। केंद्र के इस निर्णय से देश की जनता और अन्नदाताओं की जीत हुई है। प्रजातंत्र में किसी भी अन्याय के विरोध में किया जाने वाला शांतिपूर्ण जनआंदोलन जरूर सफल होता है और आतातायी अन्यायी शासक को झुकना पड़ता है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इन कानूनों के खिलाफ न सिर्फ किसानों के आंदोलन कांग्रेसमर्थन किया था, कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के नेतृत्व में देशभर इन काले कानूनों का विरोध किया। राहुल गांधी ने कहा था मोदी सरकार से एक दिन इस कानून को वापस लेने बाध्य होना पड़ेगा क्योंकि यह कानून देश के किसानों के हितों के खिलाफ है। अंततः केंद्र ने एक साल से
अधिक समय की हठधर्मिता के बाद कानून को वापस लिया।
जिन किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी समर्थक न जाने क्या-क्या कहा गया अंततः उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के सामने मोदी सरकार को झुकना पड़ गया। इन काले कानूनों को पहले ही वापस ले लेते तो इन कानूनों के विरोध के कारण चलाये जा रहे आंदोलन में देशभर में 600 से. अधिक किसानों की जाने नहीं जाती।