गोबर के बाद अब गौमूत्र खरीदेगी भूपेश सरकार.
रायपुर,19 जुलाई। छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार ने गोबर के बाद अब गौमूत्र खरीदी का अहम फैसला लिया है। सरकार गौ पालकों से 4 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से गौमूत्र की खऱीदी की शुरूआत करने जा रही है। महती योजना की शुरुआत सरकार हरेली अमावस्या के पर्व से करने जा रही है।राज्य सरकार गौमूत्र से दवाईयां तैयार कराएगी जिससे छत्तीसगढ़ में जैविक खेती को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दिया जा सके। इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में बहुत से कृषक साथी हैं जो कि पारंपरिक जैविक खेती करना चाहते हैं, ऐसे कृषकों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अब राज्य सरकार प्रत्येक जिले के दो गौठानों से गौमूत्र 4 रूपए लीटर के हिसाब से लेगी। इसे महिला स्वसहायता समूहों को दिया जाएगा, समूहों द्वारा इससे जीवामृत और कीट नियंत्रण उत्पाद बनाया जाएगा। इन उत्पादों का उपयोग प्रदेश भर के किसान कर सकेंगे इससे निश्चित तौर पर छत्तीसगढ़ में जैविक खेती को काफी प्रोत्साहन मिलेगा। खाद्य पदार्थों में जीएसटी लागू किए जाने के सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार आम जनता के जेब में पैसे डालने का काम करती है, लेकिन केन्द्र सरकार आम आदमी की जेब से कैसे पैसा निकाला जाए, यह काम करती है।
बघेल ने कहा कि दही, पनीर सहित अन्य खाद्य पदार्थ जो रोज घरों में उपयोग होता है, उसमें भी जीएसटी लगा दिए गया। केन्द्र सरकार ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। मानसून सत्र में सरकार की तैयारियों को लेकर सीएम बघेल ने कहा कल से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होगा। इस मानसून सत्र में अनेक सवाल, ध्यानाकर्षण और स्थगन लगाए गए हैं। हमारी पूरी तैयारी है, सत्र को लेकर हमारी बैठक भी हो चुकी है, सदन में आने वाले सवालों का हमारे साथी पूरी ताकत से जवाब देने तैयार है।