सुकमा में रास गरबा उत्सव का बड़े धूमधाम के साथ हुआ समापन।
सुकमा,14 अक्टूबर। जिला मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में आयोजित रास गरबा उत्सव का बड़े ही धूमधाम के साथ समापन हुआ। नवरात्रि के इस पावन अवसर रास गरबा उत्सव में बड़ी संख्या में महिलाएं एवं क्षेत्र के लोग शामिल हुए। इस प्रकार का आयोजन पहली बार सुकमा जिला मुख्यालय होने से लोगों में काफी उत्साह देखने को व
रास गरबा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन माँ दंतेश्वरी महिला संगठन के जिला अध्यक्ष श्रीमती शीतल कवासी के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
रास गरबा का आयोजन 5 दिनों तक लगातार चला रहा। जिसमें रोजाना विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति एवं परिधानों में गरबा नृत्य का रंग देखने को मिला।इसके अलावा अन्य महिला सदस्यों को पुरस्कृत किया। इस कार्यक्रम में नपा उपाध्यक्ष आयशा हुसैन, पार्षद पदमा जायसवाल सहित अन्य महिलाएं शामिल रही।
सभी का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग के लिए जताया आभार
रास गरबा उत्सव समिति के अध्यक्ष श्रीमती शीतल कवासी ने कहा कि नवरात्रि के पावन अवसर पर रास गरबा उत्सव सुकमा में पहली बार आयोजन करने से महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिला। महिलाएं इस नवरात्रि के 5 दिनों तक रास गरबा उत्सव की वजह से धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा ली। इससे महिलाओं में भी काफी उत्साह देखने को मिला। अक्सर महिलाएं घर परिवार के कार्यों में व्यस्त रहती है, लेकिन रास गरबा उत्सव ने एक नया मंच दिया।
नवरात्रि के उत्सव को और दोगुना कर दिया। रास गरबा उत्सव के इस सफल आयोजन के लिए सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष कवासी हरीश, नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू व समस्त सुकमा वासियों को सहयोग के लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्ष में भी इसी प्रकार के आयोजन और भी भव्य रूप में किया जाएगा। आने वाले दिनों में भी कई तीज त्यौहार है, जिसको लेकर भी माँ दंतेश्वरी महिला संगठन के द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजन किए जाएंगे।
मंत्री कवासी लखमा भी हुए शामिल, कहा अद्भुत आयोजन
मंत्री कवासी लखमा भी रास गरबा उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। जहां उन्होंने भी रास गरबा उत्सव में गरबा नृत्य किए। अक्सर यह देखने को मिलता है कि मंत्री कवासी लखमा नृत्य दलों के करीब पहुंचते हैं तो वे स्वयं को भी नहीं रोक पाते हैं, उनका यह सहज अंदाज रास गरबा उत्सव के दौरान भी देखने को मिला। मंत्री लखमा ने रास गरबा उत्सव की इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि सुकमा में इस प्रकार का आयोजन होना अपने आप में ही अद्भुत आयोजन है, जहां अक्सर हम विकास की बातें करते हैं तो हम लोग केवल पुल पुलिया एवं सड़क बना कर ही विकास कार्य करना माना जाता है, बल्कि समाज के प्रति धार्मिक, सांस्कृतिक से जुड़कर अपनी संस्कृति को बनाये रखना भी विकास का एक परिदृश्य है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को अपने सांस्कृति जोड़े रखना होता है।