मोदी-बाइडन की मुलाक़ात से पहले अमेरिका का यह बयान
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सलविन ने कहा है कि मानवाधिकार और बुनियादी स्वतंत्रता सुनिश्वित करने के मामले में भारत को अलग से नहीं बोला जाएगा.
अमेरिकी एनएसए का यह बयान जापान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठक से पहले आया है.
जापान की राजधानी टोक्यो में अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत की सदस्यता वाले गुट क्वॉड की बैठक है. इस बैठक में इन चारों देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहुँचे हैं.
टोक्यो रवाना होते वक़्त विमान में ही एक रिपोर्टर के सवाल के जवाब में अमेरिकी एनएसए ने यह बात कही है. रिपोर्टर ने पूछा था कि भारत पर मानवाधिकारों के उल्लंघन और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के आरोप हैं.
इस सवाल के जवाब में अमेरिकी एनएसए ने कहा, ”राष्ट्रपति बाइडन ने शुरू में ही स्पष्ट कर दिया था कि बुनियादी मूल्यों में शामिल स्वतंत्रता, मानवाधिकार और लोकतांत्रिक संस्थाओं की आज़ादी को कमज़ोर किया जाएगा तो अमेरिका बोलेगा. हम नियम आधारित व्यवस्था के समर्थक हैं. यह सभी देशों के लिए है और आपको पता है कि हम भारत को इसके लिए अलग से नहीं कहेंगे.”
अमेरिकी एनएसए ने कहा कि बाइडन प्रशासन लोकतांत्रिक और ग़ैर-लोकतांत्रिक देशों के साथ यथार्थवादी नीतियों के साथ आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर कोई भ्रम की स्थिति नहीं है. अमेरिकी एनएसए से पूछा गया कि यूक्रेन पर रूसी हमले के मामले में भारत का रुख़ बिल्कुल अलग है. इस पर उन्होंने कहा कि भारत से द्विपक्षीय वार्ता में रूस और यूक्रेन से जुड़े मुद्दे भी उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस मामले में रचनात्मक और सीधी बात होगी.