कार्यवाही के अभाव में…रेत माफियाओं की बल्ले-बल्ले.
जगदलपुर, 13 दिसंबर। बस्तर जिले की जीवन दायनी कही जानी वाली इंद्रावती नदी का सीना इन दिनों रेत माफिया छलनी करने में लगे है। इंद्रावती नदी में रोजाना रेत का अवैध तरीके से खनन का खेल लगातार जारी है. नदियों में अवैध रूप से चल रहे रेत उत्खनन कार्य से जहां शासन को लाखों रुपए के रॉयल्टी का नुकसान हो रहा है, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है. इसके साथ ही नदियों के अस्तित्व पर संकट भी गहराता जा रहा है. कई जगह नदियों में रेत की खदान इतने ज्यादा बढ़ गए है कि वहां जनजीवन पर भी इसका असर दिखने लगा है। जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत बजावंड और तारापुर में इन दिनो रेत का अवैध खनन जोरो पर है।
वही जब हमने इस बारे में ग्रामीणों से बात की तो उन्होने नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि हमारे पंचायत में पिछले कई हफ्तों से रेत ठेकेदार विजयपाल द्वारा मनमानी तरीके से रेत निकाला जा रहा है। और यह रेत पंचायत के मुख्य मार्ग से होकर गुजरती है। जिससे पंचायत की सड़क खराब होने के साथ-साथ दुर्घटना होने का खतरा भी हमेसा बना हुआ है।
इस सम्बन्ध मे जब हमने खनिज अधिकारी हेमंत चेरपा से फोन पे जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि बजावंड ओर तारापुर मे लीज नहीं हुआ है, टेंडर प्रक्रिया चल रहा है मुझे कुछ दिन पहले जानकारी मिली कि वहा पे अवैध तरीके से रेत निकाल कर परिवहन कर रहे है जिसकी सुचना पर मैंने तत्काल टीम भेज कर गाड़ियों पर कार्यवाही भी कि थी इसके बाद भी वर्तमान मे अवैध तरीके से रेत निकाल कर परिवहन कर रहे तो मै तत्काल टीम भेज कार्यवाही करता हु।