कवर्धा हत्याकांड,19 सितंबर। लोहारीडीह की घटना में शामिल आरोपी प्रशांत साहू की कस्टडी में मौत के मामले में सरकार ने एडिशनल ASP आईपीएस विकास कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है.
बीती रात परिजनों से मिलने पहुंचे गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि परिजनों और गांव वालों ने पुलिस के बड़े अधिकारियों पर पिटाई का आरोप लगाया था. इस पर कार्रवाई करते हुए आईपीएस विकास कुमार को निलंबित किया गया है. इसके अलावा मृतकों के परिजनों के लिए सरकार ने 10 लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया गया है. इसके अलावा जब तक माहौल शांत नहीं हो जाता परिजनों की देखभाल भी सरकार की जिम्मेदारी होगी.
भूपेश बघेल ने गृहमंत्री को घेरा
मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने डिप्टी सीएम विजय शर्मा को घेरते हुए कहा है कि गृहमंत्री के गृह ज़िले कवर्धा में पुलिस के कारनामे ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। अब ख़बर आई है कि हिरासत में लिए गए युवक प्रशांत साहू की पुलिस पिटाई से मौत हो गई है। विडंबना है कि उनकी गृहमंत्री विजय शर्मा जी से निकटता भी थी। इस युवक के दो भाई और माता जी भी पुलिस हिरासत में हैं।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि रविवार को कवर्धा जिले के पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के मकान में आग लगा दी थी, जिसमें उप सरपंच की मौत हो गई. जबकि एक आदमी लापता है. इस दौरान लोगों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. जिसके बाद पथराव हुआ. इस पथराव में कवर्धा एसपी अभिषेक पल्लव और दर्जनों पुलिसकर्मियों को चोटें आई थी.
घटना के बाद जिलेभर से पुलिस जवान और सैकड़ों बटालियन के जवानों को बुलाया गया था, जिसके बाद ग्रामीण गांव छोड़कर भाग गए, तब जाकर पुलिस गांव में घुसी और स्थिति को कंट्रोल किया. मामले में पुलिस ने 170 लोगों को आरोपी बनाया है, और 69 लोगों को गिरफ्तार किया है.