जगदलपुर,4 फ़रवरी। आज जारी विज्ञप्ति में भाजयुमो प्रचार प्रसार प्रमुख जिला बस्तर अमर झा ने कहा
विधानसभा चुनाव 2018 से पूर्व अपने जन घोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ की जनता से गंगा जल हाथ मे लेकर 36 लुभावने वायदे किये थे उनमें सबसे प्रमुख वादों में से एक था, बेरोजगार युवाओं को 2500 मासिक, बेरोजगारी भत्ता देना ।
ऐसे ही लुभावने वादों के दम पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने बहुमत प्राप्त कर लिया और सरकार बनाई और जनघोषणा पत्र के सबसे पहले इसी वादे को भूल गई। ↑
झा ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का हर बेरोजगार युवक जिन्हें विगत 4 वर्षों में न रोजगार मिला और न ही बेरोजगारी भत्ता वो युवा आज अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, 26 जनवरी 2023 को माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने यही वादा पुनः दोहराया कि मार्च 2024 में छत्तीसगढ़ की बेरोजगार युवाओं को 2500 मासिक भत्ता देगी।
अब प्रश्न यह उठता है कि वर्तमान कांग्रेस सरकार कहती है कि छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर 0.01 है तो सरकार किसे मासिक भत्ता देगी ?? युवा नेता अमर झा ने मुख्यमंत्री से प्रश्न करते हुए कहा मुख्यमंत्री जी को पहले ये स्पष्ट करना होगा कि उनके नजर में बेरोजगार कौन हैं और कौन बेरोजगारी भत्ता का हकदार है ??
क्या छत्तीसगढ़ में रोजगार कार्यालय में पंजीकृत सभी युवाओं को रोजगार भत्ता मिलेगा या इसमे कोई समयावधि होगा, किस आयु वर्ग से किस आयु वर्ग के युवा बेरोजगार कहलायेंगे, छोटे-मोटे काम करने वाली पढ़े-लिखे युवाओं को राज्य सरकार बेरोजगार मानती है या नहीं ?
5वी, 8वी, 10वी, 12वी, ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएट कौन सी डिग्री धारक युवाओं को छत्तीसगढ़ की सरकार बेरोजगार मानेगी, क्या बेरोजगारी का आधार युवाओं का मकान, गाड़ी, रहन-सहन होगा, क्या किसान के बच्चे बेरोजगार माने जाएंगे या सम्मिलित परिवार में किसी एक सदस्य का रोजगार है एवम अन्य का नही तो वो बेरोजगार कहलायेंगे या नही, पति-पत्नी में 1 का रोजगार हो दूसरे का नही तो क्या वो भत्ता पात्र होंगे ?
सामान्य वर्ग के युवाओं की बेरोजगारी योग्यता क्या होगा? क्या बेरोजगारी भत्ते के लिए भी किसी प्रकार का आरक्षण पद्धति का उपयोग किया जायेगा। मुख्यमंत्री जी को ये स्पष्ट करना चाहिए, अन्यथा कांग्रेस सरकार को ये बाद समझ लेनी चाहिए कि प्रदेश की जनता अब उनके छलावे में नहीं आने वाली है ।