जन औषधि केन्द्र नौसिखिए के हाथों में और बगैर फार्मासिस्ट के चल रहा दुकान- शैलेन्द्र कश्यप.
सुकमा,10 अक्टूबर। जिला मुख्यालय हमेशा कुछ नये कारनामों पर सुर्खियों में रहता है,बड़ी विडंबना की बात यह है कि सुकमा जिले में कई जगह किराए के लाइसेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं।और नौसिखिए के हाथों मेडिकल को सौंपा जा रहा है।ये आमजनों के जीवन के साथ बहुत बड़ा खिड़वाड है।
अस्पताल परिसर में मेडिकल स्टोर संचालक लाइसेंस शर्मा का उल्लघंन कर अवैध तौर से दवा दुकानों का संचालन कर रहे हैं,शासन के द्वारा फर्मासिस्ट की अनिवार्यता के बाद भी मनमानी ढंग से काम कर रहे हैं।
इस लापरवाही को जिम्मेदार अधिकारी भी नहीं रोक रहे हैं,इससे साफ पता चलता है कि यह जिला अस्पताल अधिकारी की लापरवाही है। बीते 5 वर्षों के बाद भी दूसरे के नाम से अस्पताल परिसर में ही बगैर फार्मोसिस्ट के दुकान चल रहा है।और इस प्रकार कितने दुकान है जो दूसरों के लाइसेंस को अपना बनाकर चला रहे हैं लेकिन अब तक जिम्मेदार अधिकारी किसी प्रकार की कोई कारवाई नहीं कर रहे हैं।
हम प्रशासन से अपील करते है कि बगैर फार्मासिस्ट वह बगैर लाइसेंस के मेडिकल दुकान चलाने वालो पर तत्काल कारवाई करें। भविष्य में आमजनों के साथ कोई भी बड़ी घटना न हो।।